आरएसएस के विजय रूपाणी को दूसरी बार मिली गुजरात की सत्ता
अहमदाबाद भाषा। राषंीय संियं
सेिक संघ (आरएसएस) के डिजय
रंपाणी गुजरात में सतंा संबंिी परेशाडनयों
और डहंसक पाटीदार आंदोलन का सामना
करने के बाद एक डफर आज पंदेश के
मुखंयमंतंी बन गए । उनंहें भाजपा अधंयकं
अडमत शाह का डिशंास हाडसल है।
रंगून (मौजूदा समय में यंगून) में
जनंमे रंपाणी (61 िरंज) एक छातं के रंप
में ही आरएसएस शाखा में शाडमल हुये।
इसके बाद, िह आरएसएस की छातं
शाखा -अडखल भारतीय डिदंाथंी पडररद
(एबीिीपी) से भी जुडंे रहे। डििानसभा
चुनाि में रंपाणी के गृहनगर में पंिानमंतंी
नरेंदं मोदी चुनाि पंचार का चेहरा थे। जैन
समुदाय से तासंलुक रखने िाले रंपाणी ने
पाटंी की मशीनरी को सडंिय करते हुए
अपनी सरकार के डखलाफ सतंा डिरोिी
कारकों को डनषंडंिय कर डदया और राजंय
में पाटंी के िोटों के सबसे बडंे आिार रहे
पाटीदार समुदाय के आरकंण की मांग को
लेकर आंदोलन के नकारातंमक पंभाि को
भी खतंम डकया।