गोवा अग्निकांड में पति और तीन बहनों को खोने वाली महिला ने न्याय की मांग की

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
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गोवा के नाइट क्लब में छह दिसंबर को लगी आग में मरने वालों में भावना जोशी के पति और तीन बहनें शामिल हैं, जिनके लिये वह केवल न्याय की गुहार लगा रही है।

नयी दिल्ली, भाषा। गोवा के नाइट क्लब में छह दिसंबर को लगी आग में मरने वालों में भावना जोशी के पति और तीन बहनें शामिल हैं, जिनके लिये वह केवल न्याय की गुहार लगा रही है। अग्निकांड में मरने वालों में भावना के पति विनोद कुमार (43) और तीन बहनें, कमला जोशी (42), अनीता जोशी (41) और सरोज जोशी (39) शामिल हैं। भावना भी उस दौरान नाइट क्लब में ही मौजूद थी और वह बच गयी। उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर की रहने वाली भावना अपने चार परिजनों की असमय मौत को लेकर केवल न्याय की मांग कर रही है।

भावना उत्तरपूर्वी दिल्ली के करावल नगर स्थित अपने घर के एक कोने में भारी आंखों से बैठी है, जबकि रिश्तेदार उसके आसपास दबे पांव घूम रहे हैं, उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उसे कैसे सांत्वना दें। भावना ने उस दिन को याद करते हुए कहा, “हम सब मजे कर रहे थे। सब कुछ सामान्य था। अचानक वहां आग लग गई।” उन्होंने बताया, "शुरुआत में कम आग लगी थी, लेकिन उसे काबू नहीं किया जा सका, कुछ ही समय में आग बेकाबू हो गयी। मेरे पति और मेरी बहनें उसमें फंस गए। ये सब कुछ मैंने अपनी आंखों से देखा।"

गोवा कलेक्टर के कार्यालय से आने वाली कॉल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "वे बैंक विवरण मांगते रहते हैं। वे कहते हैं कि वे हमें दो लाख रुपये देंगे।" भावना कहती हैं, "क्या हम भिखारी हैं? क्या दो लाख रुपये से मेरा परिवार वापस आ जाएगा? क्या इससे मेरी बहनें वापस आ जाएंगी? कुछ तो शर्म करो। मुझे कोई मुआवज़ा नहीं चाहिए। मुझे बस न्याय चाहिए।"

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