साइबर जागरूकता और महिला सशक्तिकरण का संदेश
एसडी पब्लिक स्कूल में आयोजित हुआ मिशन शक्ति 5.0 कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान निराश्रित महिला पेंशन योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, आयुष्मान योजना और महिला शक्ति केंद्र योजना जैसी कई महिला-केंद्रित सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि लाभार्थी इनका लाभ उठा सकें।
नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो, मुजफ्फरनगर (कोसर चौधरी)। महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन और सशक्तिकरण का वातावरण बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश शासन द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत आज दा एस.डी. पब्लिक स्कूल, जानसठ रोड में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया
यह कार्यक्रम जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक (अपराध) इन्दु सिद्धार्थ ने दीप प्रज्वलन कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि सिद्धार्थ ने उपस्थित छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित विभिन्न महत्वपूर्ण सेवाओं और हेल्पलाइन नंबरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इनमें ट्वीटर सेवा, डायल-112, महिला हेल्पलाइन-181, वुमेन पावर लाइन-1090, चाइल्ड हेल्प लाइन-1098, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-1076, वन स्टॉप सेंटर-181, स्वास्थ्य सेवा हेल्पलाइन-102 और एंबुलेंस सेवा-108 जैसी जरूरी संपर्क सुविधाएं शामिल हैं। साथ ही, उन्होंने जनसुनवाई पोर्टल और स्थानीय थानों में स्थापित मिशन शक्ति केंद्रों की भूमिका के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम के दौरान निराश्रित महिला पेंशन योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, आयुष्मान योजना और महिला शक्ति केंद्र योजना जैसी कई महिला-केंद्रित सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि लाभार्थी इनका लाभ उठा सकें।
इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण फोकस साइबर सुरक्षा पर था। सद्धार्थ ने सभी उपस्थित लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड, सोशल मीडिया धोखाधड़ी, साइबर बुलिंग, फिशिंग, इंस्टाग्राम फ्रॉड और ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े जोखिमों के प्रति आगाह किया। उन्होंने सुरक्षित पासवर्ड के इस्तेमाल, अज्ञात लिंक्स पर क्लिक न करने, व्यक्तिगत जानकारी साझा न करने, ओटीपी किसी के साथ न बांटने और संदिग्ध कॉल व मैसेज से सतर्क रहने जैसे महत्वपूर्ण बचाव उपाय बताए।
पुलिस टीम ने एक महत्वपूर्ण स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि पुलिस कभी भी किसी को वीडियो कॉल के माध्यम से 'डिजिटल अरेस्ट' नहीं करती। यदि कोई व्यक्ति ऐसा दावा करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें या साइबर हेल्पलाइन-1930 पर संपर्क करें। इसके अलावा, साइबर क्राइम पोर्टल के बारे में भी जागरूक किया गया
इस जागरूकता कार्यक्रम में स्कूल की प्रधानाचार्या नीलम महान, राजीव भारतीय (मानक ब्यूरो, देहरादून टीम) के साथ-साथ पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

