भाजपा ने अगले विधानसभा चुनाव को बताया 'धर्मयुद्ध'

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
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धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातन एकता ही इस देश और विश्व शांति का बड़ा माध्यम है। भारत में हम तनातनी नहीं सनातनी चाहते हैं। भारत में हम ‘गजवा-ए-हिंद’ नहीं, ‘भगवा-ए-हिंद’ चाहते हैं।

नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो, कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। वैसे तो गीता जयंती बीते सोमवार (1 दिसंबर) को थी, लेकिन इसकी असली हुंकार दिखी रविवार (7 दिसंबर) को, जब पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में लाखों लोगों ने एक साथ गीता पाठ किया।

सनातन संस्कृति संसद के बैनर तले आयोजित इस विराट व भव्य आयोजन में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीबी आनंद बोस के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेतागण के अलावा कई साधु-संत शामिल हुए। रविवार सुबह से ही सनातन धर्मियों के अलावा भाजपा, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्थक भारी संख्या में गीता पाठ करने ब्रिगेड मैदान पहुंचने लगे थे।

पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकार ने गीता पाठ की समाप्ति पर कहा कि राज्य में अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव केवल चुनाव नहीं, बल्कि एक 'धर्मयुद्ध' होगा। इस मौके पर राज्यपाल आनंद बोस ने भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन का जिक्र करते हुए लोगों से‌ भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर होने का आह्वान किया।

इस गीता पाठ में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री, पद्म भूषण साध्वी ऋतंभरा, कार्तिक महाराज के अलावा सहित केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार, पूर्व सांसद दिलीप घोष सहित लाखों साधु-सतों ने हिस्सा लिया।

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केंद्रीय राज्य मंत्री मजूमदार ने कहा- गीता पाठ का चुनावों से कोई सीधा लेना-देना नहीं है। नेता आज है कल नहीं रहेंगे, लेकिन गीता हमेशा रहेगी। मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के शिलान्यास की घटना की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा‌ कि कल हमने जो देखा, उससे साफ पता चलता है कि हिंदू मतदाताओं को बांटने और मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट करने की साजिश चल रही है।

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कार्तिक महाराज ने कहा कि आज यहां अलग-अलग मठों और हिंदू धार्मिक संस्थानों से आए साधुओं और आध्यात्मिक नेता एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि गीता सिर्फ हिंदुओं के लिए नहीं है, यह भारत के सभी 140 करोड़ लोगों के लिए है। आज के आयोजन का उद्देश्य पश्चिम बंगाल की आध्यात्मिक विरासत को जगाना और धर्मग्रंथों के जरिए सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना है। कार्तिक महाराज ने कहा कि बंटवारे के माहौल में आध्यात्मिक साधना शांति और दिशा वापस ला सकती है।

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राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने अपने संबोधन में बताया कि कैसे श्री कृष्ण ने महाभारत के उस भयानक युद्ध में अर्जुन को सही रास्ता दिखाया। राज्यपाल ने कहा कि श्री कृष्ण ने बार-बार अर्जुन से कहा कि अर्जुन अपना काम करो और आज बंगाल काम करने के लिए तैयार है।

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सनातन एकता ही इस देश और विश्व शांति का बड़ा माध्यम है। भारत में हम तनातनी नहीं सनातनी चाहते हैं। भारत में हम ‘गजवा-ए-हिंद’ नहीं, ‘भगवा-ए-हिंद’ चाहते हैं। उन्होंने कहा- गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसके माध्यम से पूरे विश्व में सामाजिक समरसता और एकता का भाव जागृत किया जा सकता है। गीता का ज्ञान महान है। गीता भारत की शान है और गीता ही भारत का स्वाभिमान है।

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