ऑपरेशन सिन्दूर के बीएसएफ नायक गुजरात में एकता दिवस परेड में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करेंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऑपरेशन सिंदूर में बहादुरी का प्रदर्शन करने के लिए वीरता पदक से सम्मानित किए गए।
नई दिल्ली, भाषा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीऑपरेशन सिंदूर में बहादुरी का प्रदर्शन करने के लिए वीरता पदक से सम्मानित किए गए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 16 कर्मियों से गुजरात में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड के दौरान औपचारिक सलामी लेंगे। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह परेड 31 अक्टूबर को गुजरात के केवडिया में देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित की जाएगी। पटेल को स्वतंत्रता के बाद देश के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद किया जाता है।
बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘31 अक्टूबर को गुजरात के नर्मदा जिले के एकता नगर में आयोजित किया जाने वाला राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम इस बार बेहद खास होगा। यह दिन और यह आयोजन हमारे महान देश की एकता और सद्भाव का प्रतीक है।’’ पिछले वर्षों की तरह यह कार्यक्रम सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा की पृष्ठभूमि में आयोजित किया जाएगा। दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन मोदी ने 2018 में किया था।
यह परेड 31 अक्टूबर को गुजरात के केवडिया में देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित की जाएगी। पटेल को स्वतंत्रता के बाद देश के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद किया जाता है। चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे, जहां ऑपरेशन सिंदूर में शामिल 16 बीएसएफ के जवानों के अलावा, शूर्य चक्र से सम्मानित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के पांच जवान परेड में हिस्सा लेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि ये जवान परेड के दौरान एक चलती गाड़ी में बैठे रहेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ‘‘अद्भुत बहादुरी’’ और ‘‘अद्वितीय वीरता’’ का प्रदर्शन करने के लिए बीएसएफ कर्मियों को स्वतंत्रता दिवस पर पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया गया था। ऑपरेशन सिंदूर तीनों रक्षा बलों द्वारा बीएसएफ के साथ मिलकर पश्चिमी सीमा पर सात से 10 मई तक पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचों को निशाना बनाकर चलाया गया था।
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी बहादुरी के लिए दो अन्य बीएसएफ कर्मियों को मरणोपरांत सेना के वीर चक्र से सम्मानित किया गया। बीएसएफ प्रमुख चौधरी ने बताया कि परेड में ‘‘अनेकता में एकता’’ को दर्शाते हुए विभिन्न पुलिस बलों के ब्रास बैंड के अलावा विभिन्न केंद्रीय, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बलों की कुल 10 झांकियां शामिल होंगी।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री को एक महिला अधिकारी के नेतृत्व वाली टुकड़ी द्वारा ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ भी दिया जाएगा।इस कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण भारतीय नस्ल के दो बीएसएफ कुत्तों - रिया (मुधोल हाउंड) और लिली (रामपुर हाउंड) का प्रदर्शन होगा। इन कुत्तों को उच्च जोखिम वाले अभियानों, जैसे कमांडो के साथ हेलीकॉप्टर से उतरना और ‘रिवर राफ्टिंग’ के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
परेड का समापन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ होगा जिसमें 900 कलाकार विभिन्न भारतीय शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत करेंगे।चौधरी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, सद्भाव एवं देशभक्ति की भावना को उजागर करना और आम नागरिकों को इन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करना है। सभी नागरिकों को इस भव्य एवं शुभ उत्सव में सक्रिय रूप से भाग लेने और इसका हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।’’
परेड में बीएसएफ, सीआरपीएफ, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ-साथ असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, केरल, आंध्र प्रदेश और एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) के पुलिस बल शामिल होंगे।
एक सरकारी बयान के अनुसार, इस कार्यक्रम में घुड़सवार और ऊंट पर सवार टुकड़ियां भाग लेंगी और इस दौरान भारतीय वायु सेना के सूर्य किरण विमानों का एक ‘एयरशो’ एवं कुछ निहत्थे युद्ध अभ्यास का प्रदर्शन किया जाएगा।

