घायल युवक पर दर्ज रपट, रावतपुर पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल
मेडिकल स्टोर पर दवा लेने गए एलएलबी छात्र पर चापड़ से हमला, उंगली-अंगूठा काटा, गंभीर हालत में भर्ती
नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो, कानपुर (डीके सिंह)। रावतपुर पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सर्वोदय नगर के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे युवक अभिजीत सिंह चंदेल पर ही पुलिस ने अपहरण और रंगदारी मांगने जैसी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर दी, जबकि वह खुद चापड़ के हमले में बुरी तरह घायल है।
केशवपुरम् निवासी नीलम सिंह ने बताया कि उनका 22 वर्षीय बेटा अभिजीत सिंह चंदेल कानपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी प्रथम वर्ष का छात्र है। बीते शनिवार रात वह घर से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित मेडिकल स्टोर से दवा लेने गया था। वहीं मेडिकल स्टोर के मालिक अमर सिंह से पैसे को लेकर मामूली बहस हो गई। बहस के दौरान अमर सिंह का भाई विजय सिंह और उसके साथी प्रिंसराज श्रीवास्तव व निखिल तिवारी ने अभिजीत पर अचानक हमला कर दिया।
हमले में चापड़ से वार कर अभिजीत के सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आईं। हमले के दौरान आरोपियों ने उसकी उंगली और अंगूठा भी काट दिया। घायल अवस्था में अभिजीत किसी तरह वहां से भागा और शोर मचाया। राहगीरों ने उसे बचाया और भीड़ इकट्ठा होते देख आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल को तुरंत सर्वोदय नगर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाज़ुक बनी हुई है।
परिजनों का कहना है कि मुख्य आरोपी प्रिंसराज श्रीवास्तव आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है, जिसके खिलाफ काकादेव थाने में कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसके बावजूद पुलिस ने उसी के पक्ष में कार्रवाई करते हुए पीड़ित अभिजीत के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज कर दी।
इस मामले में डीसीपी पश्चिम दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि प्रारंभिक सूचना पर पहले पक्ष की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। बाद में जब पूरे घटनाक्रम की जानकारी सामने आई तो मामला गंभीर पाया गया। जांच के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी की तलाश जारी है।घायल अभिजीत के मामा ने कहा कि अभिजीत अपनी बीमार मां के लिए दवा लेने गया था। लेकिन अपराधियों ने उस पर हमला कर दिया और पुलिस ने उल्टा पीड़ित पर ही मुकदमा लिख दिया।

