मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर कई वाहन टकराए, 13 लोगों की मौत व 95 अन्य घायल

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
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मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के कई बसों व तीन अन्य गाड़ियों के आपस में टकराने के बाद कई वाहनों में लगी आग में झुलसने से 13 लोगों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मथुरा (उप्र), भाषा। मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के कई बसों व तीन अन्य गाड़ियों के आपस में टकराने के बाद कई वाहनों में लगी आग में झुलसने से 13 लोगों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में करीब 95 अन्य लोग घायल भी हुए हैं। इस बीच जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (एडीएम) के नेतृत्व में चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है, जिसे दो दिनों के भीतर तफ्तीश पूरी कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिये गये हैं। यमुना एक्सप्रेस-वे के आगरा-नोएडा साइड पर मंगलवार तड़के हुए हादसे की जांच के लिए मथुरा के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमरेश कुमार को नामित किया है।

उन्होंने बताया कि यह हादसा तड़के करीब साढ़े चार बजे यमुना एक्सप्रेसवे पर बलदेव थाना क्षेत्र में तब हुआ जब घने कोहरे में आठ बस और तीन छोटे वाहन आपस में टकरा गए। मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार ने कहा, ‘‘आगरा से नोएडा की ओर जा रहे वाहनों की आपस में टक्कर हो गई।’’ उन्होंने बताया कि संभवत: कोहरा होने से कम दृश्यता के कारण यह हादसा हुआ। कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचीं और सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।

बलदेव थाना प्रभारी रंजना सचान ने कहा, ‘‘मृतकों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है जिनमें से अब तक सिर्फ तीन की पहचान हो पाई है। इनकी पहचान प्रयागराज के निवासी अखिलेंद्र प्रताप यादव (44), आजमगढ़ निवासी रामपाल (75) और गोंडा जिले के छपिया थाना क्षेत्र के मुस्कान बाजार निवासी सुल्तान (62) के रूप में हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।’’ एक अधिकारी ने बताया कि शेष मृतकों के शव से सैंपल लेकर डीएनए जांच के लिए भेजे जा रहे हैं और उनके परिजनों से मिलान के बाद ही मृतकों की पहचान संभव हो सकेगी। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों की मौत वाहनों में आग लगने के बाद झुलसने के कारण हुई।

इस बीच प्रशासन ने 95 घायलों की एक सूची जारी की जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इसके पहले सचान ने बताया कि घायलों में से 15 को जिला अस्पताल, नौ को बलदेव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नौ को एक निजी अस्पताल और दो को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि यात्रियों को सरकारी वाहनों से उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हादसे के कारण अस्थायी तौर पर मार्ग परिवर्तन भी किया गया है। दूसरी ओर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने भी अपने बयान में कहा है कि पूरी घटना की जांच के लिए बलदेव थाने में अज्ञात बस चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है और जांच में पाए गए तथ्यों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

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आगरा मण्डल के आयुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह एवं पुलिस उप महानिरीक्षक शैलेष कुमार पांडेय ने भी जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह एवं एसएसपी श्लोक कुमार के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया और जिला अस्पताल में मरीजों का हालचाल जाना और चिकित्सकों को उनका समुचित इलाज करने के निर्देश दिए। श्लोक कुमार ने कहा, "हम जले हुए शवों के डीएनए को उनके रिश्तेदारों द्वारा दिए गए नमूनों से मिलाने के लिए सुरक्षित रख रहे हैं। हमने तीन मृत यात्रियों की पहचान कर ली है और उनके रिश्तेदारों से संपर्क कर रहे हैं। उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उन पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।"

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जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि मृतकों की सही पहचान के लिए अवशेषों से डीएनए नमूने लिए जाएंगे। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जिन लोगों के शवों की पहचान हो गई है, उनके सम्मानजनक अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है और घायलों का इलाज किया जा रहा है। इससे पहले मथुरा पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा, ‘‘आज करीब साढ़े चार बजे यमुना एक्सप्रेसवे पर आगरा से नोएडा की तरफ माइलस्टोन 127 पर कोहरा ज्यादा होने से कम दृश्यता के कारण सात बस व तीन गाड़ियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं।’’

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पुलिस ने कहा, ‘‘घायल व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में कोई भी गंभीर नहीं है। बेहतर से बेहतर उपचार दिलाया जा रहा है, अन्य यात्रियों को गंतव्य तक सरकारी वाहनों से भिजवाया जा रहा है।’’ चश्मदीदों के मुताबिक, टक्कर इतनी जोरदार थी कि दुर्घटनाग्रस्त बसों में आग लग गई जिसे काबू करने के लिए मौके पर दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया। हादसे में हुई मौतों पर दुख प्रकट हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जन पद मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।’’ इस बीच, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का भी निर्देश दिया है। सीएमओ ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि घायलों का तत्काल, समुचित एवं निःशुल्क उपचार सुनिश्चित करते हुए उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाए।

यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा की सीमा में मंगलवार तड़के हुए सड़क हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एवं प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिवार को दो-दो लाख रुपये व घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर अपने शोक संदेश में कहा “मथुरा, उत्तर प्रदेश में एक सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं सभी शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करती हूं और घायल हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।”

पीएमओ ने एक्स पर पोस्ट में मोदी के हवाले से कहा “उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना में हुई जानमाल की हानि अत्यंत पीड़ादायक है। मेरी संवेदनाएं अपनों को खोने वाले परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” इस भीषण सड़क हादसे के संबंध में जांच के लिए जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है जो अगले दो दिनों में जांच कर दुर्घटना के कारणों एवं भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए अपनी सुस्पष्ट रिपोर्ट पेश करेगी। जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह द्वारा गठित की गई समिति में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमरेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुरेश चंद्र रावत, अधिशासी अभियंता (निर्माण खण्ड-एक) गुलवीर सिंह एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी राजेश राजपूत शामिल हैं।

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