कानपुर में रंगों और अधिकारों की गूंज — ट्रांसजेंडरों ने तीसरी प्राइड परेड में सोलह श्रृंगार कर निकाली रैली
कानपुर की सड़कों पर रंग-बिरंगे परिधान, झिलमिलाते आभूषण और ढोल की थाप के बीच ट्रांसजेंडर समुदाय ने अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की।
नेशनल एक्सप्रेस, कानपुर। कानपुर की सड़कों पर रंग-बिरंगे परिधान, झिलमिलाते आभूषण और ढोल की थाप के बीच ट्रांसजेंडर समुदाय ने अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की। क्वीर वेलफेयर फाउंडेशन के बैनर तले नाना राव पार्क से आईएमए भवन तक भव्य प्राइड परेड निकाली गई। इस दौरान औरैया, उन्नाव, फतेहपुर, झांसी, कन्नौज सहित 10 जिलों से आए ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया।
कोई लहंगे में, कोई साड़ी में, तो कोई सूट पहनकर सजी-धजी इस परेड में शामिल हुआ। कई प्रतिभागी दूल्हा-दुल्हन की तरह तैयार होकर आए थे। सड़कों पर नाचते-गाते और मुस्कुराते हुए समुदाय के सदस्यों ने समाज में समान अधिकार और सम्मान की मांग उठाई।
क्वीर वेलफेयर फाउंडेशन के संस्थापक अनुज पांडे ने कहा कि समाज में अपनी पहचान बताने के बाद ट्रांसजेंडरों को बहिष्कार और अपमान का सामना करना पड़ता है। “हम चाहते हैं कि सरकार ट्रांसजेंडरों के लिए शेल्टर होम और रोजगार की स्थायी व्यवस्था करे। समाज को भी हमें बराबरी से देखने की ज़रूरत है,” उन्होंने कहा।
यह प्राइड परेड कानपुर में तीसरी बार आयोजित की गई है। आयोजन का उद्देश्य एल.जी.बी.टी.क्यू.+ समुदाय के अधिकारों, सुरक्षा और सम्मान को लेकर जनजागरूकता बढ़ाना है।दुल्हन की तरह सजे-धजे ट्रांसजेंडर्स ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर नृत्य किया। एक-दूसरे को गले लगाकर प्यार का इज़हार किया और “लव इज लव” के संदेश के साथ समाज को समानता का संदेश दिया।
कई ट्रांसजेंडर्स ने कैटवॉक कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। किसी ने चेहरे पर दाढ़ी रखकर अनोखा रूप दिखाया, तो किसी ने 16 श्रृंगार कर भाग लिया। कई प्रतिभागियों ने शरीर पर “लव” का टैटू बनवाकर आकर्षण का केंद्र बने।
इस अवसर पर बिहार किन्नर कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष और राज्य मंत्री राजन सिंह (ट्रांसजेंडर) विशेष रूप से शामिल हुए। उन्होंने भी परेड में सड़क पर उतरकर समूह के साथ डांस किया और फोटो सेशन में भाग लिया। बाल कवि सारांश तिवारी ने काव्य पाठ्य प्रस्तुत किया

