कोल्हू के धुएं से 'बेहद खराब' हुई फिजा, एक्यूआई 301 पहुंचा

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
On

प्रतिबंधित ईंधन जलाने से बिगड़े हालात, सांस और दमा रोगियों की बढ़ी मुसीबत। जिले में 3500 से अधिक कोल्हू बने चुनौती, स्वच्छ ईंधन की कमी बनी रोड़ा।

नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। जिले में संचालित गुड़ कोल्हूओं से निकलने वाले जहरीले धुएं ने पर्यावरण के सामने गंभीर संकट खड़ा कर दिया है। प्रतिबंधित ईंधन के इस्तेमाल के चलते वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दिसंबर 2025 में जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 301 दर्ज किया गया, जो 'बेहद खराब' श्रेणी में आता है। इससे पहले अक्टूबर 2025 में यह आंकड़ा 295 तक पहुंच गया था, जो 'खतरनाक' श्रेणी के काफी करीब था।

प्लास्टिक और रबड़ जलाना बना मुसीबत

वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी का मुख्य कारण कोल्हूओं में जलाया जाने वाला प्रतिबंधित ईंधन है। लागत कम करने के लिए कई कोल्हू संचालक प्लास्टिक, पुराने कपड़े और रबड़ जैसी हानिकारक सामग्री जला रहे हैं। इससे निकलने वाला जहरीला धुआं वातावरण को प्रदूषित कर रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह जहरीला धुआं आम लोगों के साथ-साथ विशेष रूप से सांस और अस्थमा के रोगियों के लिए बड़ा खतरा बन गया है। बढ़ते प्रदूषण के कारण अस्पतालों में श्वास रोगियों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिल रहा है।

बिखरा उद्योग और निगरानी की चुनौती

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन यदा-कदा जांच अभियान चलाकर कार्रवाई करते हैं। नवंबर 2025 में प्रशासन ने छापेमारी करते हुए छह कोल्हूओं को सील किया था और उन पर जुर्माना भी लगाया था। हालांकि, प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती इस उद्योग का बिखराव है। जिले भर में 3500 से अधिक कोल्हू संचालित हैं, जो दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में फैले हुए हैं। ऐसे में हर कोल्हू की नियमित निगरानी करना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।

स्वच्छ ईंधन का अभाव

प्रशासनिक सख्ती के बावजूद समस्या की जड़ वैकल्पिक और स्वच्छ ईंधन की अनुपलब्धता है। प्राकृतिक गैस जैसे स्वच्छ ईंधन की आपूर्ति सीमित है और इसकी लागत भी अधिक है। ऐसे में कोल्हू संचालक सस्ते विकल्प के तौर पर प्रदूषणकारी ईंधन का उपयोग जारी रखे हुए हैं, जिससे जहरीली हवा का संकट गहराता जा रहा है।

Read More गोकुलदास हिंदू गर्ल्स कॉलेज में राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण रैली

संबंधित समाचार