किसी भी उकसावे का भारत को ‘निर्णायक जवाब’ दिया जाएगा : पाकिस्तानी सेना प्रमुख
पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर ने शनिवार को तीखी बयानबाजी करते हुए भारत को मामूली उकसावे पर भी निर्णायक जवाब देने की चेतावनी दी।
इस्लामाबाद, भाषा। पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर ने शनिवार को तीखी बयानबाजी करते हुए भारत को मामूली उकसावे पर भी निर्णायक जवाब देने की चेतावनी दीऔर कहा कि “परमाणु हथियारों वाली दुनिया” में युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। मनीर खैबर पख्तूनख्वा के एबटाबाद स्थित प्रमुख पाकिस्तान सैन्य अकादमी (पीएमए) काकुल में सेना के कैडेटों के स्नातक समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “मैं भारत के सैन्य नेतृत्व को सलाह देता हूं और दृढ़ता से आगाह करता हूं कि परमाणु (हथियारों से) संपन्न माहौल में युद्ध की कोई गुंजाइश नहीं है।” सेना प्रमुख ने कहा, “हम कभी भी भयभीत नहीं होंगे, बयानबाजी से प्रभावित नहीं होंगे और बिना किसी झिझक के मामूली उकसावे का भी निर्णायक जवाब देंगे।”
भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के सैन्य संघर्ष का उल्लेख करते हुए, मुनीर ने दावा किया कि उनके देश की सशस्त्र सेनाओं ने सभी खतरों को “निष्प्रभावी” करके “उल्लेखनीय पेशेवर रुख” और “दूरगामी क्षमताओं” का प्रदर्शन किया है और “संख्यात्मक रूप से बेहतर प्रतिद्वंद्वी” के खिलाफ “विजयी” बनकर उभरी हैं।
भारत ने सात मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसके तहत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद संघर्ष को समाप्त करने के लिए 10 मई को सहमति बनी थी। यह सहमति दोनों सेनाओं के सैन्य संचालन महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच सीधी बातचीत के बाद बनी थी।
मुनीर ने भारत पर पाकिस्तान को अस्थिर करने के लिए आतंकवाद को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि मुट्ठी भर आतंकवादी पाकिस्तान को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। उन्होंने चेतावनी दी कि अफगान धरती का इस्तेमाल करने वाले सभी “प्रॉक्सी” (छद्म संगठनों) को “धूल में मिला दिया जाएगा”, उनका स्पष्ट संदर्भ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से था।
सेना प्रमुख ने भारत से अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार “मुख्य मुद्दों” को सुलझाने का आग्रह किया, जो कश्मीर विवाद का स्पष्ट संदर्भ था। इसके साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को “नैतिक और कूटनीतिक समर्थन” प्रदान करने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई।
पाकिस्तान को एक शांतिप्रिय देश बताते हुए मुनीर ने कहा कि अमेरिका और चीन सहित प्रमुख शक्तियों के साथ उसके मजबूत संबंध हैं। समारोह में मलेशिया, नेपाल, फलस्तीन, कतर, श्रीलंका, बांग्लादेश, यमन, माली, मालदीव और नाइजीरिया सहित कई मित्र देशों के कैडेटों ने भी स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

