धड़ल्ले से ई-कचरे का खेल जारी, नगरवासी हो रहे बीमार, ई-कचरा स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए बन रहा खतरा
नगर पंचायत भोजपुर में ई-कचरा मुंबई, दिल्ली समेत अन्य राज्यों से धड़ल्ले से लाया जा रहा हैं।
नेशनल एक्सप्रेस, मुरादाबाद (फहीम अंसारी)। नगर पंचायत भोजपुर में ई-कचरा मुंबई, दिल्ली समेत अन्य राज्यों से धड़ल्ले से लाया जा रहा हैं। इससे निकलने वाले जहरीले धुएं से लोग बीमार हो रहे हैं। किसी को सांस की बीमारी है तो कोई फेफड़ों में संक्रमण से परेशान है। जिससे तमाम लोग तो गंभीर बीमारीयों से ग्रस्त है। ई-कचरा स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए भी खतरा बनकर उभर रहा है।
ई-कचरा को लेकर पुलिस के दावे फेल नजर आ रहे हैं? भोजपुर में ई-कचरे का धंधा खूब फल-फूल रहा है। भोजपुर क्षेत्र अंतर्गत ई-कचरे का गढ़ बन गया है। इस पर सख्ती न करने से चोरी-छिपे भोजपुर तक ई-कचरा पहुंचाने का खेल जारी है। रात में अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में ई-कचरे की गाड़ियां आती हैं। देर रात और सुबह तड़के में गाड़ी से छोटे-छोटे वाहनों में ई-कचरा लोड कर गोदामों तक पहुंचाते हैं।
इसके बाद आसपास के क्षेत्र में ले जाकर ई-कचरे को जलाया जाता है। इससे निकलने वाला धुआं लोगों को टीवी, दमा, फेफड़ों में इंफेक्शन, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां अपनी चपेट में ले रही हैं। माफिया ई-कचरे का काम करके 95 फीसदी लोगों की जिंदगी में जहर घोल रहे हैं। ई-कचरा कारोबारियों की दहशत से लोग मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं।
कारोबारियों की सीधी मिलीभगत पुलिस से है। सूत्रों के अनुसार एंट्री के नाम पर हर ट्रक पर पैसा दिया जाता है। पुलिस ने लंबे समय से ई-कचरा माफियाओं पर ठोस कार्रवाई नहीं की है। जिससे उनके हौसले बुलंद हैं। शिकायत होने पर अधिकारियों का दबाव पड़ने पर पुलिस बरामदगी दिखाकर अपना पल्ला झाड़ लेती है। जिसके चलते ई-कचरा माफियाओं का नेटवर्क बेखौफ नजर आ रहा है।
भोजपुर हमेशा ई-कचरे को लेकर सुर्खियों में रहता है। ई-कचरे के काले कारोबार को रोकने में असफल, मोटी कमाई के चक्कर में जहां वायु प्रदूषण होता है तो वही जीव-जंतु पर इसका सीधा असर देखने को मिलता है। इसलिए ई-कचरे के काले कारोबार पर रोक नहीं लग पा रही हैं। ई-कचरा जलाने से उठने वाला धुआं वायु प्रदूषण फैला रहा है। नगरवासियों ने दबी जुबान में ई-कचरे पर जल्द से जल्द पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

