कलक्ट्रेट परिसर में मनाई गई महात्मा गॉंधी, लाल बहादुर शास्त्री की जयंती

गुरुवार कलक्ट्रेट परिसर एवं जनपद के विभिन्न कार्यालयों में राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी जी एवं देश के दुसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती बडे़ ही हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी।
संभल। कलक्ट्रेट परिसर में सर्वप्रथम जिलाधिकारी डॉ राजेन्द्र पैंसिया एवं अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा द्वारा महात्मा गॉंधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की तस्वीरों पर दीप प्रज्ज्वलित करते हुए माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।कार्यक्रम में उपस्थित अन्य अधिकारी गणों एवं कर्मचारियों द्वारा भी पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम के अन्तर्गत जिलाधिकारी के स्टेनो पवन कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी को अपने दायित्वों को अच्छे से निर्वाहन करना चाहिए। डिप्टी कलक्टर रामानुज ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गॉंधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी देशभक्ति की प्रमुख मिसाल थे।इन्होंने रामराज्य पर भी अपने विचार प्रस्तुत किये। नगर मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि देश के राष्ट्रीय पर्वों की बहुत ही धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाना चाहिए तथा इसके लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए।
परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञान सिंह ने समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश @2047 को लेकर कहा कि हमें अधिक से अधिक लोगों को अपने सुझाव देने के लिए जागरूक करना चाहिए। अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा ने कहा कि सभी को अच्छे विचारों के साथ कार्य करना चाहिए। स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए। साथ ही स्वदेशी उत्पाद बनाने वालों को भी बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ईमानदारी एवं सादगी के प्रतीक थे सभी को इनके बताये पथ पर चलना चाहिए।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस महात्मा गॉंधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती एवं दशहरा पर्व की शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने गांधीजी के रचनात्मक कार्यक्रम एवं दर्शन पर भी प्रकाश डाला एवं उन्होंने कहा कि हमें गांधीजी के रचनात्मक कार्यों से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी आज भी प्रासंगिक हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि परिश्रम प्रार्थना करने के समान है। हमें स्वाध्याय करते रहना चाहिए तथा अध्ययन का दायरा बढाना चाहिए।
उन्होंने स्वदेशी को लेकर कहा कि स्वदेशी किसी भी देश को समृद्ध बनाने की सबसे बड़ी अवधारणा है। जिलाधिकारी ने समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश@2047 को लेकर भी कहा कि सुझाव देने के लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी राम आशीष, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ शैलेन्द्र सिंह, डीपीओ आईसीडीएस महेश कुमार एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी तिनेज कुमार एवं कलक्ट्रेट एवं विकास विभाग के कर्मचारी गण उपस्थित रहे।