उत्तर प्रदेश को रेशम उत्पादन की ऊंचाई पर ले जाने वाले वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. जैकब थामस नहीं रहे

कोच्चि केरल में सोमवार शाम 4 बजे ली अंतिम स्वांस
विनोबा सेवा आश्रम परिवार ने थॉमस जी के निधन पर एक शोक सभा की,जिसमें आश्रम की संरक्षक विमला बहन, महिला रेशम बहराइच की जिला प्रबंधक रही कमला सिंह बस्ती महिला रेशम में रही शिवकुमारी और रीना बहन ने उनके स्वभाव के बारे में बताया।
उत्तर प्रदेश को रेशम उत्पादन की ऊंचाई पर ले जाने वाले वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. जैकब थॉमस ने कोच्चि केरल में सोमवार शाम 4 बजे अंतिम स्वांस ली। जिन प्रमुख प्राशासनिक अधिकारियों के साथ विनोबा सेवा आश्रम ने अपने शैशव और यौवन काल में काम किया। उसमें ग्राम्य विकास सचि श्री कमल कांत जायसवाल, डा आर एस टोलिया और डा जैकब थॉमस जो 90 के दशक में उत्तरप्रदेश रेशम के सचिव हुआ करते थे। आदरणीय टोलिया साहब के साथ उत्तरप्रदेश के मुख्य सचिव डॉ. सुब्रमण्यम के चैंबर में महिला विकास की समीक्षा में महिला डेयरी परियोजना की सक्सेस स्टोरी सुनाने के लिए जाना हुआ था।
वहीं डा सुब्रमण्यम ने कहा रमेश भइया मिल्क विद सिल्क होना चाहिए और वहीं डा जैकब थॉमस से ऐसा परिचय हुआ कि फिर वह जब प्रमुख सचिव सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो के पद से सेवानिवृत होकर कोच्चि केरल जा रहे थे। तब रेशम में महिला रेशम परियोजना के निदेशक डा जगदीश सिंह जो उत्तराखंड में टोलिया साहब के मुख्य सचिव कार्यकाल में निदेशक रेशम भी बने। डॉ. जैकब थामस ने एक बार संस्था की ओर से मैनेजमेंट एजुकेशन प्रोग्राम फार एग्रीकल्चर के लिए आईआईएम अहमदाबाद भेजा। वहां तो चले गए लेकिन इसी श्रृंखला में थॉमस साहब ने रेशम की सफलता साझा करने के लिए थाईलैंड भेजने का सब प्रबंध नाम से किया। लेकिन मेरा संकल्प वीजा लेकर विदेश नहीं जाने का था।उन्होंने कहा कि इस बार तो आपको जाना ही होगा। लेकिन हमने अपने आश्रम परिवार के साथी रमेश श्रीवास्तव को भेजा और हम बच गए।
मंगलवार सुबह डॉ. जगदीश सिंह ने खबर दी कि 74 वर्षीय डॉ जैकब थॉमस नहीं रहे। उनका परिवार कोच्चि केरल में ही रहता है। विनोबा सेवा आश्रम परिवार ने थॉमस के निधन पर एक शोक सभा की, जिसमें आश्रम की संरक्षक विमला बहन, महिला रेशम बहराइच की जिला प्रबंधक रही कमला सिंह बस्ती महिला रेशम में रही शिवकुमारी और रीना बहन ने उनके स्वभाव के बारे में बताया। सचिव मोहित कुमार ने शोक संदेश पढ़ा।