आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या: सैनी ने अधिकारी की पत्नी से मुलाकात की, शोक जताया
.jpeg)
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बृहस्पतिवार को वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार के सरकारी आवास पर पहुंचे।
चंडीगढ़, भाषा। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बृहस्पतिवार को वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार के सरकारी आवास पर पहुंचे, जिनके पति भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी वाई पूरन कुमार ने कथित तौर पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी। जापान की तीन दिवसीय यात्रा से लौटने के तुरंत बाद सैनी ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में उपराष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन से शिष्टाचार भेंट की।
सैनी के नेतृत्व में राज्य सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल जापान यात्रा पर गया था जिसमें अमनीत भी शामिल थीं। इसके फौरन बाद सैनी चंडीगढ़ में सेक्टर 24 स्थित अमनीत कुमार के आवास पहुंचे और शोक जताया। अमनीत कुमार वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी और हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग की आयुक्त एवं सचिव हैं।
वह अपने पति की मृत्यु की खबर सुनकर बुधवार को भारत लौट आईं। हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा और कुछ अन्य आईएएस अधिकारी सैनी के साथ अमनीत के आवास पर पहुंचे।
2001 बैच के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार (52) अपने सेक्टर 11 स्थित आवास के भूतल के एक कमरे में मृत मिले थे। उनके शरीर पर गोली लगी थी। सूत्रों के अनुसार, पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में कुछ ‘वरिष्ठ अधिकारियों’ का नाम लिया और पिछले कुछ वर्षों में उन्हें झेलनी पड़ी ‘मानसिक प्रताड़ना’ और अपमान का विवरण दिया।
पूरन कुमार अधिकारियों के अधिकारों, वरिष्ठता और अन्य मुद्दों से संबंधित मामलों में अपने हस्तक्षेप के लिए जाने जाते थे। उन्हें हाल में रोहतक के सुनारिया में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (पीटीसी) के महानिरीक्षक के रूप में तैनात किया गया था। अमनीत पी कुमार ने बुधवार को एक पुलिस शिकायत में दावा किया कि उनके पति की मौत उच्च पदस्थ अधिकारियों द्वारा ‘सुनियोजित उत्पीड़न’ का परिणाम थी।
उन्होंने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर और एक अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया।
प्रयासों के बावजूद दोनों अधिकारियों से फोन पर संपर्क नहीं हो सका। चंडीगढ़ पुलिस ने मंगलवार को बताया कि केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की एक टीम ने भौतिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त किए थे जिनमें वह हथियार भी शामिल है जिसका उपयोग पूरन कुमार ने कथित तौर पर खुद को गोली मारने के लिए किया था।
सूत्रों ने बताया कि कुमार ने आठ पन्नों का टाइप किया हुआ और हस्ताक्षरित 'अंतिम नोट' छोड़ा, जिसका शीर्षक उन्होंने यह दिया था: "अगस्त 2020 से हरियाणा के संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार किया जा रहा जाति आधारित भेदभाव, लक्षित मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार जो अब असहनीय है।"