योगी पुलिस की मुस्तैदी से बरेली में सब चंगा, भड़काऊ भाईजान का सांप्रदायिक एजेंडा फ्लॉप

"आई लव मोहम्मद" विवाद को लेकर इत्तेहाद-ए-मिल्लत (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा शुक्रवार को राष्ट्रपति को ज्ञापन देने की बात कही गई थी। मगर योगी आदित्यनाथ की पुलिस का रुख देखते हुए मौलाना द्वारा प्रदर्शन की बजाय प्रशासन के माध्यम से शांतिपूर्वक ज्ञापन देने का फैसला किया गया,
पवन त्रिपाठी, बरेली।
"आई लव मोहम्मद" विवाद को लेकर इत्तेहाद-ए-मिल्लत (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा शुक्रवार को राष्ट्रपति को ज्ञापन देने की बात कही गई थी। मगर योगी आदित्यनाथ की पुलिस का रुख देखते हुए मौलाना द्वारा प्रदर्शन की बजाय प्रशासन के माध्यम से शांतिपूर्वक ज्ञापन देने का फैसला किया गया, लेकिन एहतियातन उनके आवास और आसपास का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया था। प्रशासन द्वारा स्थिति को पहले से कंट्रोल करने के लिए स्वयं डीएम और एसएसपी ने मोर्चा संभाला देर रात संवेदनशील इलाकों सौदागरान और बिहारीपुर इलाकों का दौरा कर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की।
अधिकारियों ने कहा कि बिना अनुमति धरना-प्रदर्शन या रैली निकालने की कोशिश हुई तो सख्त कार्रवाई होगी। प्रशासन द्वारा पूरे जिले में धारा-163 (पूर्व में 144) लागू कर दी गई। जनपद की निगरानी में 15 क्विक रिस्पांस टीमें, आठ ड्रोन स्क्वॉड और आईसीसीसी के कैमरे निगरानी की गई। चप्पे-चप्पे पर 4,500 जवान तैनात, जिनमें 800 महिला आरक्षी को तैनात किया गया। 13 सीओ और 5 एडिशनल एसपी मैदान में मौजूद रहे। प्रशासन की मुस्तैदी से गंगा जमुनी शहर की तहजीब की फिजा में शरारती तत्व जनपद में अपराधी तत्व सांप्रदायिक जहर घोलने में नाकामयाब रहे।
प्रशासन की शक्ति को देखते हुए आईएमसी की ओर से पत्र जारी कर कहा गया कि नवरात्र और उर्स को देखते हुए लोग जुमे की नमाज पढ़कर सीधे घर लौट जाएं। इस्लामिया मैदान में कोई कार्यक्रम नहीं होगा। संगठन ने अमन-शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि बाद में मौलाना तौकीर द्वारा पार्टी की ओर से जारी किए गए लेटर का खंडन किया गया।
तौकीर रजा का बयान, मौलाना तौकीर रजा ने कहा "कुछ लोगों ने पुलिस प्रशासन से मिलकर साजिश के तहत फर्जी लेटर जारी कराया है। हमारा कार्यक्रम पूरी तरह अमन का है। जुमे की नमाज नौमहला मस्जिद में अदा की जाएगी और उसके बाद राष्ट्रपति को जिला प्रशासन के जरिए ज्ञापन सौंपा जाएगा। किसी भी तरह की गैर-कानूनी हरकत या नारेबाजी न की जाए। अच्छे मुसलमान और सच्चे हिंदुस्तानी की तरह अमन-चैन के साथ कार्यक्रम में शामिल हों।"