जनपदीय श्रम बन्धु, बाल श्रम उन्मूलन एवं पुनर्वासन टास्क फोर्स एवं बन्धुआ श्रम टास्क फोर्स की बैठक हुई संपन्न
जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में जनपदीय श्रम बन्धु, बाल श्रम उन्मूलन एवं पुनर्वासन टास्क फोर्स एवं बन्धुआ श्रम टास्क फोर्स की बैठक आहुत की गयी।
नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो, फिरोजाबाद (विपिन कुमार)। जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में जनपदीय श्रम बन्धु, बाल श्रम उन्मूलन एवं पुनर्वासन टास्क फोर्स एवं बन्धुआ श्रम टास्क फोर्स की बैठक आहुत की गयी। बैठक में जिलाध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ राजीव सिंह, सी०टू० के जिला उपाध्यक्ष नवल सिंह, चिराग सोसाइटी के अध्यक्ष डा० जफर आलम, पेस सोसाइटी से रेनू वर्मा, सिंडीकेट से हनुमान प्रसाद गर्ग, विन्नी मित्तल आदि के साथ अधिकारी गण उपस्थित रहे।
बाल श्रम उन्मूलन एवं पुनर्वासन टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी महोदय द्वारा श्रम प्रवर्तन अधिकारियों, ए०एच०टी०यू०एफ०, डी०पी०ओ०, की गठित टीम द्वारा आलोच्य वित्तीय वर्ष में गत वर्ष के चिन्हांकन से कम प्रगति पर उक्त अधिकारियों के कार्यों से अप्रसन्नता व्यक्त की गयी और प्रति सप्ताह कम से कम 01 अभियान गठित सचल प्रवर्तन दल एवं श्रम प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा अनिवार्य रुप से निरीक्षण / चिन्हाकन किये जाने के निर्देश दिये गये।
इसके अतिरिक्त आलोच्य माह में चिन्हांकित 42 बाल श्रमिकों में से पात्र पाये गये 14 बाल श्रमिकों के विद्यालयों में प्रवेश कराने की कार्यवाही से सहायक श्रम आयुक्त द्वारा अवगत कराया गया जिनको बाल श्रम विद्या योजना से आच्छादित किये जाने के निर्देश दिये।
जिले में बन्धुआ श्रम की 07 शिकायतें मा० आयोग एवं अन्य स्त्रोतों से प्राप्त हुयी, जिस पर कार्यवाही करते हुये श्रम प्रवर्तन अधिकारियों एवं सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों द्वारा 41 श्रमिकों को उनके गृह जनपद / राज्य मजदूरी भुगतान कराकर एवं यात्रा व्यय दिलाते हुये उनकी शिकायतो का निस्तारण किया गया। वहीं चूडी कारखानों में 08 घण्टे से अधिक कार्य लिये जाने के सम्बन्ध में जनपदीय श्रम बन्धु की बैठक में विचार विमर्श हुआ।
सहायक श्रम आयुक्त द्वारा जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया गया कि विभिन्न श्रमिक संगठनों एवं कुछ कारखानों के मालिकों द्वारा यह शिकायत की गयी है कि उ०प्र० औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 के तहत हुये समझौते के विरुद्ध शहर के 06 कारखानेदार श्रमिकों से बगैर ओवरटाईम मजदूरी भुगतान किये कार्य संचालन कर रहे है।
उक्त पर जिलाधिकारी से सेवायोजकों एवं श्रमिक प्रतिनिधियों ने कार्यवाही की मांग की। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सहायक श्रम आयुक्त को कडा निर्देश दिया गया कि जिले के सभी कारखाने अपने समझौते के अनुसार संचालित हो और समयान्र्तगत ओवर टाइम वेतन का भुगतान करें। औद्योगिक अशान्ति को वर्दाश्त नही किया जायेगा।
जिलाधिकारी द्वारा औद्योगिकहित के साथ-साथ श्रमिकहित का ध्यान रखते हुये शान्तिपूर्ण कार्य संचालन के निर्देश दिये गये और किसी भी पक्ष द्वारा प्रतिकूल कार्य किये जाने पर नियमानुसार कडे कार्यवाही के निर्देश बैठक में दिये गये। सहायक श्रम आयुक्त ने कार्य के घण्टों के सम्बन्ध में सभी चूडी कारखानों में सी०सी०टी०वी० कैमरे लगाये जाने से अवगत कराया, जिस पर भारतीय मजदूर संघ के जिलामंत्री रमाकान्त द्वारा कहा गया कि कुछ कारखानेदार कैमरे को बन्द कर देते है।
इस पर अध्यक्ष महोदय द्वारा सिंडीकेट को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। सी०टू० के जिला उपाध्यक्ष नवल सिंह ने मांग की गयी कि श्रमिकों के द्वारा दायर मुकदमों का प्राथमिकता के साथ निस्तारण कराया जाय और श्रमिकों को उनकी मजदूरी एवं सेवा सम्बन्धी विवादों का त्वरित समाधान कराया जाय, जिस पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा सहायक श्रम आयुक्त को लम्बित श्रम वादों का निस्तारण समयान्तर्गत किये जाने के कडे निर्देश दिए साथ ही नए कई मुद्दों पर जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश भी दिए । उक्त बैठक धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त की गयी।

