मोदी ने जापानी प्रधानमंत्री से वार्ता की, व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अपने जापानी समकक्ष साने ताकाइची से मुलाकात की।
जोहानिसबर्ग, भाषा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को यहां जी20 शिखर सम्मेलन से इतर अपने जापानी समकक्ष साने ताकाइची से मुलाकात की और नवाचार, रक्षा तथा प्रतिभा आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की।प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘‘जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाइची के साथ एक सार्थक बैठक हुई।
हमने नवाचार, रक्षा, प्रतिभा आदान-प्रदान आदि क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गति देने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।’’दोनों नेताओं ने व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर भी चर्चा की।मोदी ने कहा, ‘‘हम (विभिन्न) देशों के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ाने को भी उत्सुक हैं। एक बेहतर ग्रह (धरती) के लिए भारत-जापान के बीच मजबूत साझेदारी महत्वपूर्ण है।’’
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, दोनों नेताओं ने भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के महत्व को दोहराया, जो ‘‘सभ्यतागत संपर्क, साझा मूल्यों, पारस्परिक सद्भावना और एक स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत के प्रति प्रतिबद्धता’’ पर आधारित है।इसमें कहा गया कि दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, समृद्धि और स्थिरता के लिए भारत-जापान साझेदारी को प्रगाढ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया।
विज्ञप्ति के मुताबिक, मोदी और ताकाइची ने 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय संबंधों में हुई निरंतर प्रगति को स्वीकार किया और रक्षा एवं सुरक्षा, व्यापार एवं निवेश, एसएमई, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), अहम खनिजों, सेमीकंडक्टर, बुनियादी ढांचे के विकास, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार तथा लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में बनी सहमति को शीघ्र क्रियान्वयित करने का आह्वान किया।
इसमें कहा गया कि दोनों नेताओं ने रणनीतिक क्षेत्रों में भारत और जापान के बीच सहयोग के अवसरों पर भी चर्चा की तथा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। विज्ञप्ति के मुताबिक, प्रधानमंत्री ताकाइची ने फरवरी 2026 में भारत द्वारा आयोजित किये जाने वाले एआई शिखर सम्मेलन के लिए भी मजबूत समर्थन व्यक्त किया।
अक्टूबर में जापान का नेतृत्व संभालने के बाद ताकाइची और प्रधानमंत्री मोदी के बीच यह पहली मुलाकात है।प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल अगस्त में जापान की यात्रा की थी। उनकी यात्रा के दौरान, भारत और जापान ने 13 प्रमुख समझौतों और घोषणाओं को अंतिम रूप दिया तथा कई परिवर्तनकारी पहलों की शुरुआत का ऐलान किया। दोनों देशों ने अगले दशक के लिए भारत-जापान संयुक्त दृष्टिकोण को अंगीकार किया है।
जापान से भारत में सार्वजनिक और निजी निवेश में 5000 अरब जापानी येन के 2022-2026 के लक्ष्य की दिशा में हुई महत्वपूर्ण प्रगति के आधार पर, निकट भविष्य में निजी निवेश में 10000 अरब जापानी येन (68 अरब अमेरिकी डॉलर) का एक महत्वाकांक्षी नया लक्ष्य निर्धारित किया गया है।यह दृष्टिकोण दोनों देशों के बीच बढ़ते रणनीतिक साझेदारी को रेखांकित करता है, विशेष रूप से स्वच्छ ऊर्जा और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में।

