नोएडा में अब भिक्षाटन करने वाले नज़र नहीं आएंगे

नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो, नोएडा (ओपी श्रीवास्तव)। उत्तर प्रदेश का गेटवे का कहा जाने वाला नोएडा वैसे तो वर्तमान समय में स्वच्छता के मामले में प्रमुख स्थान हासिल कर ही चुका है । इसके साथ ही यदि नोएडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर लोकेश एम की योजना सफल हो गई तो आने वाले दिनों में नोएडा में कहीं भी भिक्षाटन करने वाले भीखमंगे नजर नहीं आएंगे तथा नोएडा के ग्रामीण इलाके जहां जगह जगह पालतू जानवरों का गोबर नज़र आता है वे इलाके भी साफ सुथरा नजर आएंगे।
नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर लोकेश एम के द्वारा नोएडा परिक्षेत्र को तेजी से विकास के राह पर ले जाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाते रहे हैं ।वही यही वजह है कि लखनऊ में बैठे उच्च अधिकारी अधिकारियों में इनकी बड़ी साख है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इनको विशेष महत्व देते हैं।
डॉक्टर लोकेश एम ने इसी क्रम में नोएडा को स्वच्छ सुंदर बनाने हेतु मंगलवार को एक आम बैठक अधीनस्थ अधिकारियों के साथ किया और उसमें निर्देश दिया कि नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में भीख मांगने वाले व्यक्तियों को वहां से हटकर उनके लिए पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी।
साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सूचना शिक्षा और संचार की गतिविधियों पर भी विशेष ध्यान रखकर नोएडा को अत्याधुनिक विस्तार दिया जाएगा ।
डॉक्टर लोकेश एम द्वारा साफ सफाई के संबंध में भी विशेष ध्यान देने हेतु निर्देश दिया गया है इस सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि विशेष रूप से नोएडा में पेइंग गेस्ट (पी जी)अत्यधिक संख्या में है उनके यहां साफ सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं है
इस बाबत उन्होंने कहा है कि प्रत्येक पी जी में डस्टबिन रखने तथा कूड़ा उठाने हेतु सभी वाहनों/रिक्शा में जी पी एस लगाया जाए।
ताकि उनके लोकेशन भी पता चलती रहे।
डॉक्टर लोकेश एम जो दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन में एक अहम पद पर तैनात है का कहना है कि बरसात के बाद डेंगू और मलेरिया की संभावना बढ़ जाती है इस वजह से साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना अति आवश्यक है और इस संबंध में गार्बेज कलेक्शन प्वाइंट की संख्या को बढ़ाना जरूरी है ।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा है कि ऐसे स्थानों को भी चिन्हित किया जाए जहां पर कूड़ा और गंदगी अक्सर पाए जाते हैं तथा इस संबंध में जो भी एन जी ओ कार्य करते हैं उनसे संपर्क कर एक अभियान चलाया जाए और कूड़ा कचरा पर विशेष अंकुश लगाया जाए।