बेंगलुरु में 7.11 करोड़ रुपये की लूट के मामले में पुलिस कांस्टेबल समेत तीन गिरफ्तार
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि शहर में 7.11 करोड़ रुपये की लूट के सिलसिले में एक पुलिस कांस्टेबल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बेंगलुरु, भाषा। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त सीमांत कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि शहर में 7.11 करोड़ रुपये की लूट के सिलसिले में एक पुलिस कांस्टेबल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अब तक 5.76 करोड़ रुपये बरामद किए जा चुके हैं और शेष राशि का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।सिंह ने कहा, ‘‘हमने 11 टीम गठित की थीं और इस काम के लिए 200 पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को तैनात किया था।
पूछताछ 30 से अधिक लोगों से की गई और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’’उन्होंने बताया कि वाहन प्रभारी, सीएमएस इन्फोसिस्टम्स के एक पूर्व कर्मचारी और गोविंदपुरा पुलिस थाने में तैनात एक कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है।’’ पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कांस्टेबल अन्नप्पा नाईक, सीएमएस इन्फो सिस्टम का पूर्व कर्मचारी जेवियर और वाहन प्रभारी गोपी शामिल है। उन्होंने बताया कि घटना में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए सभी दक्षिणी राज्यों और गोवा में छह टीम भेजी गई थीं।
अधिकारी के अनुसार, गिरोह ने तीन महीने पहले चोरी की साजिश रची थी। उन्होंने नकद ले जाने वाली वैन के रास्ते का मुआयना किया और वारदात को अंजाम देने के लिए बिना सीसीटीवी कैमरा वाले स्थान का चयन किया। पुलिस ने बताया कि 19 नवंबर को अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर खुद को आरबीआई अधिकारी बताकर एटीएम तक पैसा पहुंचाने वाली नकद रुपये से भरी वैन को रोका और करीब सात करोड़ रुपये लेकर फरार हो गए।
यह घटना उस समय हुई जब सीएमएस इन्फो सिस्टम का वाहन जेपी नगर स्थित एक बैंक शाखा से नकदी लेकर जा रहा था। आरोपी भारत सरकार के स्टिकर लगी एक कार में आए, दस्तावेजों का सत्यापन करने का दावा करते हुए वैन को रोक लिया और कर्मचारियों को नकदी सहित जबरन अपनी गाड़ी में बिठा लिया। बाद में उन्होंने कर्मचारियों को डेरी सर्कल के पास छोड़ दिया और पैसे लेकर फरार हो गए।
सनसनीखेज चोरी का खुलासा करने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुए सिंह ने कहा कि 54 घंटों के भीतर तीनों आरोपियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने कहा कि 60 घंटों के भीतर 5.76 करोड़ रुपये बरामद कर लिए गए और अपराध में इस्तेमाल की गई एक गाड़ी का पता लगाकर उसे जब्त कर लिया गया। उन्होंने बताया कि गिरोह में लगभग छह से आठ लोगों के शामिल होने का अनुमान है, जो साजिश रचने और वारदात को अंजाम देने में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।

