बंगाल में मेडिकल छात्रा से ‘सामूहिक बलात्कार’ के मामले में तीन लोग गिरफ्तार, एक हिरासत में
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पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले में एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा से‘सामूहिक बलात्कार’ में संलिप्तता के आरोप में रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
कोलकाता, भाषा। पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले में एक निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा से‘सामूहिक बलात्कार’ में संलिप्तता के आरोप में रविवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने इस घटना में संदिग्ध भूमिका के कारण एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान अभी उजागर नहीं की है।
पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। यह बेहद संवेदनशील मामला है और हम आगे की जानकारी बाद में देंगे।’’ पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि रविवार को पुलिस ने परानागंज काली बाड़ी श्मशान घाट से सटे जंगल में अपराध स्थल की घेराबंदी कर दी।
अधिकारी ने बताया कि दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज के आसपास के गांवों में व्यापक तलाश अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इलाके के जंगलों में तलाशी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने शनिवार को बताया था कि ओडिशा की एक मेडिकल छात्रा के साथ दुर्गापुर में अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया।
यह घटना शुक्रवार रात दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज परिसर के बाहर उस समय हुई जब द्वितीय वर्ष की छात्रा अपने एक दोस्त के साथ भोजन करने के लिए बाहर गई थी। ओडिशा से दुर्गापुर पहुंचे लड़की के माता-पिता ने ‘न्यू टाउनशिप’ पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। अधिकारी ने बताया कि पीड़िता जिस निजी कॉलेज एवं अस्पताल में पढ़ती थी वहीं उसका इलाज किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पीड़िता की हालत में ‘‘सुधार’’ बताया जा रहा है और उसने पुलिस अधिकारियों को अपना बयान दे दिया है। पुलिस से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘‘तीनों आरोपियों का पता ‘मोबाइल फोन टावर डंपिंग’ विधि से लगाया गया। अपराध में और लोग भी शामिल हो सकते हैं इसलिए तलाश जारी है। हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या ये लोग पीड़िता या उसके उस दोस्त को जानते थे जिसके साथ वह कॉलेज से बाहर गई थी।
उसके दोस्त की भूमिका भी जांच के दायरे में है।’’ ‘मोबाइल फोन टावर डंपिंग’ विधि के तहत कानून प्रवर्तन एजेंसी किसी एक भौगोलिक क्षेत्र से विशिष्ट समयावधि का मोबाइल फोन डेटा एकत्र कर उनका विश्लेषण करती हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पीड़िता के मोबाइल फोन का इस्तेमाल अन्य आरोपियों को घटनास्थल पर बुलाने के लिए किया था जिससे उन्हें सभी आरोपियों के मोबाइल फोन नंबर पहचानने में मदद मिली।
इस बीच, पीड़िता के पिता ने दोषियों को सजा देने के लिए राज्य प्रशासन से सख्त कदम उठाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य सरकार से अनुरोध करूंगा कि पश्चिम बंगाल में लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। मुझे शक है कि जो दोस्त उसके साथ बाहर गया था, वह इस अपराध में शामिल है। कौन जाने? मैं पुलिस से सक्रिय कदम उठाने का अनुरोध करता हूं ताकि अन्य आरोपियों को पकड़ा जा सके।’’
आरोपियों को पकड़ने के लिए निजी कॉलेज से सटे कई इलाकों में शनिवार को छापे मारे गए। उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने उस जंगल से भी सबूत इकट्ठा किए जहां घटना हुई थी। ऐसा बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल महिला आयोग के प्रतिनिधि दिन में कॉलेज का दौरा कर पीड़िता और उसके माता-पिता से बात कर सकते हैं। ‘वेस्ट बंगाल डॉक्टर्स फोरम’ (डब्ल्यूबीडीएफ) के अध्यक्ष डॉ. कौशिक चाकी ने बताया कि डब्ल्यूबीडीएफ और अभय मंच के प्रतिनिधि रविवार को कॉलेज का दौरा करेंगे।
उन्होंने एमबीबीएस छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की निंदा की। इस घटना के बाद सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी दलों के बीच राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया।