चिरागवीर उपाध्याय और कथा वाचक निधि सारस्वत आज विवाह बंधन में बंधेंगे
गाजियाबाद के नायाब वेदांता फार्म्स में होगा समारोह, 11 दिसंबर को आएंगे पैतृक गांव
परिवार के करीबियों के अनुसार चिरागवीर और निधि वर्ष 2020 से एक-दूसरे को जानते हैं। दोनों की पहली मुलाकात अलीगढ़ में आयोजित ब्राह्मण समाज के कार्यक्रमों में हुई थी। निधि की तरह चिरागवीर का रुझान भी आध्यात्म की ओर है, जो दोनों
नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो हाथरस। पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामवीर उपाध्याय व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय के इकलौते बेटे चिराग वीर उपाध्याय और चर्चित कथा वाचक व भजन गायिका निधि सारस्वत आज विवाह बंधन में बंधने जा रहे हैं। विवाह समारोह गाजियाबाद के नायाब वेदांता फार्म्स में होगा, जिसमें देश और प्रदेश की कई राजनीतिक हस्तियों के शामिल होने की संभावना है।
परिवार के करीबियों के अनुसार चिरागवीर और निधि वर्ष 2020 से एक-दूसरे को जानते हैं। दोनों की पहली मुलाकात अलीगढ़ में आयोजित ब्राह्मण समाज के कार्यक्रमों में हुई थी। निधि की तरह चिरागवीर का रुझान भी आध्यात्म की ओर है, जो दोनों के एक साथ आने की एक प्रमुख वजह मानी जा रही है।चिराग की मां व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा उपाध्याय के निजी सचिव रानू पंडित ने बताया कि
सात दिसंबर से रस्में शुरू हो गई। गाजियाबाद स्थित आवास पर हल्दी की रस्म के साथ मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। विवाह के बाद 11 दिसंबर को नवदंपति पैतृक गांव बामौली पहुंचेंगे।
अलीगढ़ के सासनी गेट की रहने वाली निधि सारस्वत ‘मैं राधावल्लभ की’, ‘राधारानी मेरी हैं’ और ‘भजो रे मन गोविंदा’ जैसे भजनों से ख्याति प्राप्त कर चुकी हैं। निधि के हाथरस की बहू बनने को लेकर क्षेत्र में उत्साह का वातावरण है।

