धूं-धूं कर जले रावण और मेघनाथ के पुतले

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
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रावण जमीन पर गिरकर धराशाई हो जाता है और उसका अंत हो जाता है। इसी बीच रावण और मेघनाथ के ऊंचे ऊंचे पुतलों में आग वाला तीर भगवान श्री राम छोड़ते हैं और पुतले धूं धूं कर का जलने लगते हैं और उनमें से तेज पटाखे की आवाज़ें भी आती हैं।

नेशनल एक्सप्रेस, शाहबाद (मोहम्मद फहीम)।

सनातन धर्म श्रीराम लीला सभा द्वारा कराए जा रही,रामलीला मंचन में शुक्रवार के दिन शाम लगभग सात बजे रावण व मेघनाथ के पुतला फूंका गया। इस दौरान राम रावण युद्ध का मंचन कर रहे कलाकार एक दूसरे पर तीर कमान चलाकर युद्ध लड़ रहे थे। वहीं इस मंचन को देख रहे दर्शक तालियां बजाकर मंचन का आनंद उठा रहे थे। लंबे चले युद्ध के दौरान भगवान श्री राम रावण की नाभि में तीर मारते हैं नाभि में तीर लगते ही रावण जमीन पर गिरकर धराशाई हो जाता है और उसका अंत हो जाता है। इसी बीच रावण और मेघनाथ के ऊंचे ऊंचे पुतलों में आग वाला तीर भगवान श्री राम छोड़ते हैं और पुतले धूं धूं कर का जलने लगते हैं और उनमें से तेज पटाखे की आवाजें भी आती हैं।

पूरा रामलीला मैदान जय श्री राम के नारों से गूंजायमान हो उठता है। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा एडवोकेट, महामंत्री सुरेश बाबू गुप्ता, महाप्रबंधक देवेंद्र अग्रवाल, कोषाध्यक्ष केशव गुप्ता, जी.के.पाठक, मुकेश चंद्र गुप्ता, मनीष कुमार शर्मा, सुभाष भटनागर, अन्नु रावत सहित अनेकों लोग रहे।

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