इंटरसेप्टर गाड़ियों एवं रडार गन का इस्तेमाल किया जाए तो भी हो सकती है सड़क दुर्घटनाओं में कमी

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
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कानपुर गंगा बैराज में वाहनों के चलने की रफ्तार मैक्सिमम 40 किलोमीटर प्रति घंटा निश्चित है उसके बावजूद भी लोग 80 ,90 ,100 की स्पीड में चलते हैं, स्टंट बाजी करते हैं।

नेशनल एक्सप्रेस, कानपुर।  कानपुर गंगा बैराज में वाहनों के चलने की रफ्तार मैक्सिमम 40 किलोमीटर प्रति घंटा निश्चित है उसके बावजूद भी लोग 80 ,90 ,100 की स्पीड में चलते हैं, स्टंट बाजी करते हैं, दुर्घटनाएं बराबर हो रही है, जिसका मुख्य कारण कहीं ना कहीं ट्रैफिक कर्मियों में बड़ी लापरवाही है। 

 ट्रैफिक पुलिस इंटरसेप्टर गाड़ियों एवं रडार गन का इस्तेमाल करें तो, हो रही तेज स्पीड के कारण सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है, ट्रैफिक पुलिस के पास सारे उपकरण होते हुए भी उसका उपयोग नियमित तरीके से नहीं किया जाता। 

ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही से भी चली जाती है सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान।यदि ट्रैफिक पुलिस कड़ाई से यातायात के नियमों का पालन करवाए, अपनी जिम्मेदारी को समझे ड्यूटी के प्रति सजग रहे तो यातायात भी प्रभावित नहीं होगा और सड़क में होने वाली दुर्घटनाएं भी कम होंगी,

लेकिन अधिकतर देखा जा सकता है ट्रैफिक पुलिस कर्मी ही ट्रैफिक के नियमों का पालन नहीं करते हेलमेट नहीं लगाते, चौराहों पर सतर्क होने की बजाए किनारे कोने में खड़े होकर चालान काटकर सिस्टम बनाने में लगे रहते हैं, यहां तक की वन वे में भी गाड़ियां प्रवेश करा देते हैं, यह किसी से छिपा नहीं है,

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कानपुर गंगा बैराज में ट्रैफिक पुलिस कर्मी यदि इंटरसेप्टर गाड़ियों एवं रडार गन का नियमित तरीके से उसे करते तो बीए थर्ड की छात्रा की मौत ना होती है,

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बीते कुछ महीने पहले दिखाया गया और बताया भी गया कि अब गंगा बैराज में ओवर स्पीड वाहन चलाने वालों एवं स्टंट करने वालों पर होगी सख्त कार्यवाही रडार गन से नापी जाएगी वाहनों की गति, सारे नियम एवं कानून केवल कागजों एवं सोशल मीडिया तक सीमित रह जाते हैंकानपुर गंगा बैराज में वाहनों के चलने की रफ्तार मैक्सिमम 40 किलोमीटर प्रति घंटा निश्चित है

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केवल समाचार पत्रों पर ही चर्चा बनकर रह जाते हैं, पर सच्चाई यह है कि जमीनी स्तर पर कोई भी काम सही तरीके से नहीं किया जाता है, अधिकारी कर्मचारी सब गहरी नींद में सो जाते हैं, और जब कोई हादसा होता है तो उनकी नींद खुलती है,

कानपुर गंगा बैराज में ओवर स्पीड एवं स्टंट बाजी के चलते बीए की छात्रा भाविका गुप्ता की हुई दर्दनाक मौत ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की बड़ी लापरवाही को साबित करता है।

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