Fenesta Open Tennis Tournament : कैंटीन में बैठा कुत्ता, खिलाड़ियों की सुरक्षा पर सवाल, पर कोई बोलने को तैयार नहीं

डीएलटीए काम्प्लेक्स की कैंटीन में खुले में एक कुत्ता आराम से बैठा दिखा, जो सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक था।
नई दिल्ली (क्षमा अग्निहोत्री)। फेनेस्टा ओपन राष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट आल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (एआइटीए) और दिल्ली लान टेनिस एसोसिएशन (डीएलटीए) के तत्वावधान में संपन्न हुआ। यह भारत का सबसे बड़ा घरेलू टेनिस आयोजन है, जिसमें देशभर के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने और भविष्य संवारने का मौका मिलता है। दूसरी ओर, आयोजन स्थल पर कुछ खामियां स्पष्ट नजर आईं।
डीएलटीए काम्प्लेक्स की कैंटीन में खुले में एक कुत्ता आराम से बैठा दिखा, जो सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक था। इसी तरह हार्ड कोर्ट नंबर एक का ट्रैक भी उधड़ता हुआ नजर आया, जो खेल की गुणवत्ता पर असर डाल सकता है। साथ ही टूर्नामेंट का 30वां वर्ष था पर साफ सफाई का भी ध्यान नहीं रखा गया। पीछे पड़ी कुर्सियां इस कदर गंदी रहीं कि लोगों को खड़े होकर मैच देखने को मजबूर होना पड़ा।
इन मुद्दों पर जब डीएलटीए अध्यक्ष और भारतीय डेविस कप टीम के कप्तान रोहित राजपाल को व्हाट्सएप के माध्यम से फोटो और वीडियो भेजकर काल पर इसे मुद्दे से अवगत कराया गया तो कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण पूरी बातचीत संभव नहीं हो सकी। पर जब दोबारा संपर्क साधने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
इस दौरान कैंटीन में कुछ प्रतियोगी खिलाड़ी बैठे थे, जब उनसे कुत्ते की मौजूदगी और इससे जुड़ी सुरक्षा चिंताओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने संक्षिप्त जवाब दिया कि सुरक्षा पहले होनी चाहिए। इसके बाद दोनों प्रश्नों पर वे आगे कुछ बोलने को तैयार नहीं हुए।
बता दें कि शुक्रवार सुबह जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के वार्म-अप ट्रैक पर विदेशी प्रशिक्षकों पर दो अलग-अलग आवारा कुत्तों के हमलों ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा कर दी है, जिससे एथलीटों और कर्मचारियों के बीच भय नजर आ रहा है।
मनीष और वैष्णवी ने राष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीता
तमिलनाडु के मनीष सुरेशकुमार और महाराष्ट्र की वैष्णवी अडकर ने 30वें फेनेस्टा ओपन राष्ट्रीय टेनिस टूर्नामेंट में अपनी शानदार लय जारी रखते हुए क्रमशः पुरुष और महिला एकल खिताब अपने नाम किए। टूर्नामेंट का फाइनल शनिवार को नई दिल्ली के डीएलटीए काम्प्लेक्स में खेला गया।
पुरुष एकल फाइनल में दो घंटे तक चले मुकाबले में मनीष सुरेशकुमार ने कीर्तिवासन सुरेश को 6-4, 6-2 से हरा दिया। दोनों खिलाड़ियों ने आक्रामक शुरुआत की और बराबरी की टक्कर रही। दूसरी ओर, वैष्णवी ने महिला एकल फाइनल की शुरुआत शानदार अंदाज में की। महाराष्ट्र की अकांक्षा निट्टूर 2-0 से आगे हो गईं।
खिलाड़ी ने कुछ देर तक बैक टू बैक वैष्णवी के खिलाफ आक्रामक शाट खेले, लेकिन वैष्णवी ने खेल पर जल्दी नियंत्रण हासिल कर लिया और सटीक शाट्स से पहला सेट जीत लिया। दूसरा सेट भी इसी अंदाज में खेला गया और खिताब 6-1, 6-2 के स्कोर से जीत लिया।