एग्री सर्वे अंतिम चरण में: सदर तहसील में डिप्टी कलेक्टर ने दी सख्त हिदायतें

किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए चलाए जा रहे एग्री सर्वे अभियान की समीक्षा सोमवार को सदर तहसील सभागार में की गई।
नेशनल एक्सप्रेस, अशोक लोहिया (गोरखपुर)। किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए चलाए जा रहे एग्री सर्वे अभियान की समीक्षा सोमवार को सदर तहसील सभागार में की गई। बैठक की अध्यक्षता डिप्टी कलेक्टर/तहसीलदार सदर ज्ञान प्रताप सिंह ने की। बैठक में सदर तहसील के सभी कानूनगो और लेखपाल मौजूद रहे।
बैठक में डिप्टी कलेक्टर ने एग्री सर्वे की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि आज के दिन तक बचे हुए 25,000 गाटों (खातों) का निस्तारण हर हाल में किया जाए। उन्होंने कहा कि एग्री सर्वे किसानों के लिए अत्यंत आवश्यक कार्य है, क्योंकि इससे भूमि अभिलेखों का डिजिटलीकरण सुनिश्चित होगा और किसी भी दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में किसानों को तत्काल सरकारी सहायता मिल सकेगी।
ज्ञान प्रताप सिंह ने संबंधित कानूनगो और लेखपालों को स्पष्ट चेतावनी दी कि जो क्षेत्र शेष रहेगा, उस क्षेत्र के जिम्मेदार कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कार्य किसानों के भविष्य और प्रशासनिक पारदर्शिता से जुड़ा हुआ है, इसलिए किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डिप्टी कलेक्टर ने यह भी कहा कि यदि कहीं तकनीकी या सर्वर संबंधी समस्या आती है, तो तुरंत उच्च अधिकारियों को अवगत कराएं ताकि समाधान तत्काल हो सके और कार्य में कोई देरी न हो।
बैठक में उन्होंने याद दिलाया कि जिलाधिकारी दीपक मीणा ने पहले ही सभी तहसीलदारों को निर्देश दिया था कि जनपद की प्रत्येक तहसील में प्रतिदिन 25,000 गाटों का एग्री सर्वे कार्य पूरा किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अंतिम दिन तक कोई भी गांव या गाटा पेंडिंग न रहे।
अंत में डिप्टी कलेक्टर ने सभी लेखपालों और कानूनगों से कहा कि यह कार्य केवल आंकड़ा पूरा करने का नहीं बल्कि किसानों की सुविधा के लिए है, इसलिए इसे मिशन मोड में और पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा करें।