छत्तीसगढ़: एसआईआर के लिए नदी, जंगल और पर्वतों को पार कर मतदाताओं तक पहुंच रहे है कर्मचारी

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
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छत्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान और अबूझमाड़ के इलाकों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डाल नदी, जंगल और पहाड़ों को पार कर मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं।

बीजापुर, भाषा। छत्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान और अबूझमाड़ के इलाकों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डाल नदी, जंगल और पहाड़ों को पार कर मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिला प्रशासन के नेतृत्व में जारी एसआईआर प्रक्रिया के तहत भैरमगढ़ विकासखंड के कुटरु क्षेत्र में बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) और कर्मचारी नाव से इंद्रावती पारकर जंगल, पहाड़ और कठिन रास्तों से गुजरते हुए संवेदनशील गांव जर्रामरका, हुर्रेगवाली, पुसलंका, चिन्नाटोकामेटा और छोटेबोदली तक पहुंचे थे।

उन्होंने बताया कि कई किलोमीटर पैदल चलकर दल ने तीन सौ से अधिक मतदाताओं तक गणना पत्रक पहुंचाए और इस दौरान बीएलओ ने मतदाताओं को पत्रक भरने में मदद की। जिले के उपनिर्वाचन अधिकारी एनआर गवेल ने बताया, “नदी पार करने, घने जंगलों से गुजरने और सुरक्षा जोखिमों के बावजूद एसआईआर के लिए दल ने अपना दायित्व पूरी निष्ठा से निभाया।” गवेल ने बताया कि अभियान में सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी सूर्यकांत घरत, सीईओ जनपद पंचायत अभिषेक तंबोली, बीएलओ देवी लाल कंवर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित अन्य सहयोगी सदस्य शामिल रहे।

उन्होंने बताया, “जिले में करीब 80 प्रतिशत एसआईआर का काम पूरा हो चुका है।”अधिकारियों ने बताया कि 30 नवंबर तक छत्तीसगढ़ में लगभग 1.92 करोड़ से अधिक गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जो कुल 2.12 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं का लगभग 91 प्रतिशत है।

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