होटल की आड़ में फल फूल रहा जिस्म फरोशी का धंधा

नेशनल एक्सप्रेस डिजिटल डेस्क
On

जनपद के तहसील टूंडला क्षेत्र में होटलों की भरमार फिर से होती नजर आ रही है।

नेशनल एक्सप्रेस ब्यूरो, फिरोजाबाद (विपिन कुमार)। जनपद के तहसील टूंडला क्षेत्र में होटलों की भरमार फिर से होती नजर आ रही है वहीं अगर बात करें तहसील क्षेत्र के राजा के ताल और उसायनी की तो इन जगह पर तो प्रशासन की मदद से होटलों की आड़ में खुलेआम अनैतिक गतिविधियों को दिया जा रहा है बढ़ावा।

जनपद की सीमा से शुरू होकर थाना टूंडला क्षेत्र की सीमा में सबसे अधिक नजर आते हैं अवैध होटल । सूत्रों की माने इन अवैध होटलों पर प्रशासन की नजर तो पड़ती है पर अपना हिस्सा मिलते ही आँखें बंद भी हो जाती हैं ।

राजा का ताल व उसायनी पर भरमार, सिर्फ रुम की अवैध कमाई

तहसील क्षेत्र के राजा का ताल क्षेत्र में कई बार प्रशासन द्वारा कुछ होटलों को अनैतिक कृत्य के चलते सीज किया तो वहीं सीज करने वाले अधिकारियों के जाते ही फिर से सिर्फ नाम बदल कर संचालित होने लगे वही होटल तो कहीं बिना सील खुले अवैध रूप से स्थानीय प्रशासन की मिली भगत से होटल मालिक ने स्वयं ही हटा दी होटल की सील । बेखौफ होकर कमरे देने का खेल चालू ।

Read More योगी आदित्यनाथ ने सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारों को मदद का भरोसा दिलाया

नगला गोला चौराहे के पास होटलों की बड़ी संख्या

Read More कुलपति ने लाला लाजपत राय पाठशाला विद्यार्थियों को स्वेटर वितरित किया

इन दिनों इस क्षेत्र में होटलों की बढ़ती संख्या के चलते यह भी कहा जा सकता है कि होटल संचालकों ने जो पुराने समय में होटलों को सीज करने वाले अधिकारियों का खौफ था वह खत्म हो चुका है और अधिकारी उनके मन माफिक आ हैं जिससे इस क्षेत्र में हर एक बिल्डिंग में होटल आपको नजर आएगा।

Read More लोकप्रिय आध्यात्मिक शख्सियत सतीश बाबू मिश्रा को हजारों लोगों ने पुखराया में श्रद्धा सुमन अर्पित किए

 होटलों में चार दीवार खड़ी कर सिर्फ लकड़ी के कमरे बना कर इस तरह सेट किए गए हैं जो साफ स्पष्ट इस ओर संकेत करते हैं कि इन होटलों में सिर्फ कमरे भरोसे कमाई ही मेन उद्देश्य है ।

होटलों में नहीं खाने के नाम पर चाउमीन पर कमाई लाखों की

आपको सोच कर हैरानी होगी कि जहां एक ओर नियमों को पूरा कर होटलों व ढाबे को संचालित कर रहे मालिक पूरे दिन ग्राहकों को खाना खिलाकर जितनी कमाई नहीं कर पा रहे वहां ऐसे अवैध होटल जिनमें खाना तो दूर चाउमीन बर्गर तक नहीं मिलता सिर्फ खाने के नाम पर बैनर दिखाई देते नजर आएंगे । सवाल उठता है कि होटल संचालक आखिर कैसे लाखों की कमाई कर ले जाते हैं वहीं इसका जवाब सिर्फ इतना है कि प्रशासन आशीर्वाद और कमरों की काली कमाई ।

अवैध होटल कर रहे शहर तथा क्षेत का माहौल और नाम खराब

स्थानीय संभ्रांत लोगों की बताएं तो इन तो इन होटलों के बारे काफी कुछ भला बुरा कहने के साथ साथ लोग अधिकारियों की मेहरबानी और उनपर काली कमाई से हिस्सा पहुंचने पर आँखें बंद करने का आरोप लगाते नजर आए । वहीं लोगों ने कहा कि इन होटलों में अवैध कृत्य होते हैं उनसे समाज तथा स्थानीय बच्चे बच्चियों पर बुरा असर पड़ रहा है । इन होटलों को कायदे में बंद कराना चाहिए वहीं लोगों ने कहा कि काश कोई अधिकारी ऐसा आए जिसको समाज और सामाजिकता से प्रेम हो और इन अवैध अड्डों को बंद कराए ।

बड़ा सवाल क्या प्रशासन इन अवैध होटलों पर कसेगा शिकंजा या नहीं ?

असल मायने में स्थानीय लोगों ने प्रशासन की मिली भगत का आरोप इसलिए लगाया क्योंकि इन अवैध होटलों में हो रहा कृत्य किसी से छिपा नहीं है और ऐसा नहीं कि अधिकारियों इसकी भनक न हो लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही न होने के कारण लोगों में इन होटलों के खिलाफ आक्रोश तो है लेकिन उसके साथ साथ कार्यवाही न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी नाराजगी है। 

लेकिन अब देखना यह है कि क्या टूंडला तहसील प्रशासन या जिला फिरोजाबाद प्रशासन लोगों की वेदना को समझते हुए इन अवैध अड्डों पर शिकंजा कसेगा या लोगों के अनुसार हिस्सा मिलने पर आँखें बंद करके रखेगा ।

संबंधित समाचार