नगर निगम में भ्रष्टाचार के खिलाफ सुभासपा का हल्ला बोल, जनता के पैसों की लूट अब नहीं चलेगी
बुधवार को नगर निगम मुरादाबाद में व्याप्त भ्रष्टाचार, घूसखोरी और सफाई व्यवस्था की बदहाली के विरोध में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सुभासपा की मुरादाबाद इकाई ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
नेशनल एक्सप्रेस, मुरादाबाद (अरशद)। बुधवार को नगर निगम मुरादाबाद में व्याप्त भ्रष्टाचार, घूसखोरी और सफाई व्यवस्था की बदहाली के विरोध में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सुभासपा की मुरादाबाद इकाई ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। पार्टी पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम में दुकानों के आवंटन में भारी अनियमितताएँ की गई हैं। निर्धारित राशि ₹1.5 लाख प्रति दुकान के स्थान पर अधिकारियों द्वारा ₹6 से ₹8 लाख रुपये तक वसूले जाने की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं।
इसके साथ ही अपर नगर आयुक्त अजीत सिंह पर यह गंभीर आरोप लगाया गया कि उन्होंने नगर निगम की भूमि गाटा संख्या 41 रामलीला ग्राउंड, गाटा संख्या 58, करूले की पुलिया के पास की भूमि माफियाओं से मिलीभगत कर अवैध कब्जे में दिलवाई। जब सुभासपा के पदाधिकारी जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे,तभी प्रशासनिक टीम ए.सी.एम. एवं सी.ओ. सिविल लाइन कुलदीप गुप्ता स्वयं सुभासपा जिला कार्यालय पहुँची और वहीं पर जिला अध्यक्ष एवं मंत्री प्रतिनिधि रवि चौधरी से ज्ञापन प्राप्त किया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष रवि चौधरी ने कहा कि अब जनता के पैसों की लूट और भ्रष्टाचार के खिलाफ सुभासपा का संघर्ष रुकने वाला नहीं है। नगर निगम को जनता के प्रति जवाबदेह बनाना हमारी प्राथमिकता है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि नगर निगम कार्यालय में कार्यरत सुभान पुत्र जाफर की नियुक्ति की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठे हैं।
पार्टी ने मांग की है कि उनकी नियुक्ति तिथि, पदनाम एवं कार्यभार ग्रहण की तिथि, नियुक्ति के समय अपेक्षित शैक्षिक योग्यता तथा उस पद के लिए निर्धारित न्यूनतम आयु सीमा का विवरण सार्वजनिक किया जाए। साथ ही यह भी पूछा गया कि क्या सुभान पुत्र जाफर ने अपनी परिसंपत्तियों एवं देनदारियों का विवरण नगर निगम को प्रस्तुत किया है।
यदि हाँ तो पिछले पाँच वर्षों की परिसंपत्तियों एवं देनदारियों का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाए। यदि “नहीं”, तो संबंधित अधिकारियों द्वारा इस लापरवाही पर अब तक क्या कार्रवाई की गई, इसका खुलासा किया जाए। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि नगर निगम द्वारा यूनिपोल लगभग 70, होर्डिंग 60 तथा क्लोज 618 का टेंडर तो विधिवत रूप से हुआ था।
किंतु रिश्वत लेकर निगम अधिकारियों द्वारा हजारों की संख्या में अवैध पोल, होर्डिंग और क्लोज लगवाए गए हैं। सुभासपा ने इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
आशु सिक्का जिला उपाध्यक्ष, अशोक सैनी,जिला उपाध्यक्ष, गौरव कुमार जिला प्रमुख महासचिव,अमित चौधरी (जिला संगठन मंत्री, सत्य प्रकाश वर्मा जिला अध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ, मनोज वर्मा जिला महासचिव व्यापार प्रकोष्ठ), ऋतिक ठाकुर, विजयवीर सिंह, सन्हिल कत्याल, आशु रस्तोगी, मुशाहिद हसन, शहजाद कुरैशी, सलमान, रवीश, प्रमोद वर्मा, आशीष वर्मा, राधेश्याम वर्मा, विजेंद्र सिंह ममता सैनी संजय चौहान चिंटू साही अमन सैनी मुजस्सिम सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अंत में सभी पदाधिकारियों ने एक स्वर में कहा कि जनविरोधी नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ सुभासपा का संघर्ष लगातार जारी रहेगा, और यदि नगर निगम प्रशासन ने सुधार नहीं किए, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

